नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारी एक नई और शानदार पोस्ट में आज हम आपको एक ऐसी शख्स की कहानी सुनाने वाले हैं जिसे सुनकर आप खुद हैरान हो जाएंगे जी हां आज हम आपको एक ऐसी महिला की कहानी बताएंगे जिन्होंने अपनी इतनी ज्यादा मेहनत करने के बाद आज वह एक सक्सेस मुकाम पर है और उन्हें आज इस मुकाम पर पहुंचने के लिए कितनी ज्यादा मेहनत करनी पड़ी होगी।
दोस्तों वैसे तो आप सभी को पता है कि यूपीएससी की परीक्षा सबसे हार्ड परीक्षा में शामिल है यानी कि अगर आप यूपीएससी की परीक्षा पास करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 24 घंटे में से 18 घंटे अकेले बैठकर पढ़ाई करनी होगी और वह भी बहुत ही ज्यादा मेहनत के साथ पढ़ाई करनी होगी उसके बाद आप यूपीएससी की परीक्षा पास कर सकते हैं।
तो बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो यूपीएससी पास करने का सपना देखते हैं पर वह यह सपना कुछ लोगों का पूरा हो पता है जो दिल और जान से मेहनत करते हैं बिना किसी रिजल्ट की प्रतीक्षा की गई अगर वह इसी तरीके से मेहनत करते रहते हैं तो उनका रिजल्ट 1 दिन जरूर मिलता है और वह यूपीएससी की परीक्षा पास कर लेते हैं।
आज हम आपको जिस शख्स की कहानी सुनाने वाले हैं उसका नाम है

यह पहले एयर होस्टेस में नौकरी करती थी,एयर होस्टेस की नौकरी करते हुए उनके मन में ख्याल आया कि मैं भी सिविल परीक्षा की तैयारी करूंगी और सिविल परीक्षा का एग्जाम को पास करूंगी क्योंकि एयर होस्टेस में उनका मन नहीं लगता था क्योंकि यह नौकरी जो बहुत ज्यादा हार्ड थी।
नेहा की फैमिली बहुत ही छोटी है नेहा के पिताजी शिक्षक कहें और उनकी माता ग्रहणी है नेहा मध्य प्रदेश राजगढ़ जिले के पंचर में रहने वाली है, इनका परिवार बहुत ही साधारण सा परिवार है। इसके साथ ही हम आपको बता दें कि नया अभी भोपाल पुलिस में डीएसपी के पद पर कार्यरत हैं।

हम आपको हमारे आज की पोस्ट में नेहा केबारे में सारी जानकारी देंगे और यह भी बताएंगे कि उन्होंने डीएसपी के पद पर पहुंचने के लिए कितनी ज्यादा मेहनत की है औरयहां तक पहुंचने में उन्होंने कितने घंटे पढ़ाई की है और किन-किन मुश्किलों का उन्हें सामना करना पड़ा है।
नेहा ने इतनी ज्यादा मेहनत और दिल जान से पढ़ाई की उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में 20वीं रैंक प्राप्त करके यूपीएससी की परीक्षा को क्लियर कर दिया,इसके बाद उन्होंने राज्य पुलिस सेवा ज्वाइन किया पुलिस सेवा ज्वाइन करने के बाद वहां पर लोगों ने उनकी बहुत ज्यादा तारीफ की और तारीफ करना बनता भी है।
जब भारत में कोरोना की माहवारी बहुत ही तेजी से फैल रही थी तो इस समय नेहा ने इस विकट परिस्थिति में अपने इलाके मोहल्ले और अपने राज्य के सभी लोगों को बहुत ही ज्यादा मोटिवेट किया और इस बढ़ती स्थिति पर कंट्रोल करने के लिए लोगों को उनके अंदर की जागरूक किया।

नेहा के पिताजी का कहना है कि नेहा बचपन से ही पढ़ाई में बहुत ज्यादा होशियार थी उन्होंने 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद एविएशन में डिप्लोमा किया और डिप्लोमा करने के बाद उन्होंने परिवार की स्थिति सही नहीं होने की वजह से एयर होस्टेस की नौकरी ज्वाइन की।
नेहा ने एयर होस्टेस की नौकरी करते हैं बहुत ही अच्छा काम किया उनकी इस काम को देखते हुए नेहा को उस में एयर होस्टेस की जॉब करने के बहुत सारे बड़े-बड़े ऑफर भी आए पर नेहा ने यह सारे फोटोग्राफ कर अपने राज्य के लिए सिविल लाइन ज्वाइन करने का मन था और उन्होंने सिविल लाइन परीक्षा के लिए तैयारी करना शुरू किया।
नेहा ने 2 साल तक बहुत ही ज्यादा मेहनत कीऔर उनकी यह मेहनत एक दिन रंग जरूर लाई उन्होंने सिविल लाइन परीक्षा के लिए अपना पहला एग्जाम दिया और पहले ही एग्जाम में उन्होंने विश्व रैंक लाकर अपने परिवार और अपने राज्य का नाम रोशन करके सिविल सेवा में आज टीसी के पद पर पदोन्नति है।